अगर आप हलषष्ठी छठ व्रत कथा हिंदी PDF ढूंढ रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। इस पोस्ट के अंत में, हमने Harchat Pooja Vrat Katha Hindi PDF सीधे मुफ्त में डाउनलोड करने के लिए एक बटन जोड़ा है।
हलषष्ठी व्रत कथा
हलषष्ठी व्रत बलराम जी को समर्पित होता है। भगवान बलराम को भगवान विष्णु के 8वें अवतार के रूप में पूजा जाता है। भगवान बलराम जी की जयंती को हल षष्ठी अथवा ललाही छठ के रूप में मनाया जाता है। हरछठ व्रत एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण व विशेष फलदायी व्रत माना गया है। हरछठ को विभिन्न जगहों पर हलषष्ठी या ललही छठ जैसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। हरछठ के व्रत का पालन केवल सुहागिन स्त्रियाँ कर सकती हैं।
हलषष्ठी व्रत कथा करने के लाभ
- हल षष्ठी व्रत करने तथा कथा सुनने से संतान को लंबी आयु तथा सुखी जीवन का आशीर्वाद मिलता है।
- यह व्रत रखने से बलराम यानी शेषनाग का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- यह व्रत रखने से संतान बलराम की तरह ही बलशाली होती है।
- संतान की रक्षा के लिए यह व्रत अधिक महत्वपूर्ण होने के कारण पूरे मन से यह व्रत करने से संतान के जीवन के कष्ट नष्ट हो जाते हैं।
- इस व्रत में हल की पूजा करने का महत्व है।
- हल छठ के दिन हल से उत्पन्न अन्न और फल नहीं खाना चाहिए।
- इस दिन भैंस का दूध पूजा में उपयोग में लाना उचित रहता है।
- इस दिन सत्य वचन बोलना चाहिए।
- धार्मिक मान्यतानुसार इस दिन श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। अत: महिलाओं द्वारा व्रत-उपवास रखने से पुत्र को लंबी आयु और समृद्धि प्राप्त होती हैं।
हलषष्ठी व्रत कथा की PDF प्राप्त करने के लिए इस पोस्ट के अंत में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।
Checkout:
Download हलषष्ठी व्रत कथा PDF
हलषष्ठी व्रत कथा हिंदी PDF डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें। कुछ ही सेकंड में हरचट पूजा व्रत कथा हिंदी पीडीएफ आपके डिवाइस में होगी।