Download Namaz Ki Kitaab in Hindi complete PDF – सच्ची नमाज और नमाज की सुन्नत हिंदी में PDF डाउनलोड
हमारे नए पोस्ट में आपका स्वागत है। यह पोस्ट आपको नमाज पढ़ने का तरीका हिंदी में प्रदान करेगी। आप नमाज की रकात हिंदी में पा सकते हैं, जिसे आप इस पोस्ट के अंत में पीडीएफ प्रारूप में भी डाउनलोड कर सकते हैं।
नमाज की किताब हिंदी में
एक मुसलमान को अपने पुरे जीवन काल में हर दिन पांच वक्त की नमाज का हुक्म है ऐसे में जो भाई बहन है जिन्हें नमाज पढ़ने का तरीका की जानकारी चाहिए वह पीडीऍफ़ बुक्स को डाउनलोड करके भी नमाज का तरीका सीख सकते है वैसे नमाज पढ़ने का तरीका हिंदी में पहले ही बताया है फिर भी अगर आपको नमाज की किताब पीडीऍफ़ बुक डाउनलोड करना है तो यहाँ से कर सकते है|
पांच वक्त की नमाज के नाम
सच्ची नमाज की किताब में पांच वक्त की नमाज के नमाज के नाम निम्नवत बताया गया है:-
- फज्र (तड़के)
- जुहर (दोपहर)
- अस्र (सूरज ढलने से पहले)
- मगरिब (सूरज छिपने के बाद)
- ईशा (रात)
नमाज की सुन्नत
- तकवीरे तहरीमा के लए हाथ उठाना
- हाथों की उँगलियाँ अपने हाल पर रखना
- तकबीर के बाद फौरन हाथ बाँध लेना
- पहले सुबहा-नका फिर अऊ-जु-बिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ना
- अलहम्द के खतम पर आमीन आहिस्ता से कहना
- रुकूअ में घुटनों पर हाथ रखना और उँगलियां न फैलाना
- रुकूअ में कम से कम तीन बार सुब्हा न रब्बियल अज़ीम कहना
- रुकूज़ में जाने के लिए अल्लाहु अकबर कहना
- रुकूअ में सिर्फ इस कदर झुकना कि हाथ घुटनों तक पहुँच जाए, रुकूअ से उठते वक्त
- समिअल्लाहु लिगन हमिदह कहना
- सज्दे के लिए और सज्दे से उठने के लिए अल्लाहू अकबर कहना
- सज्दे में हाथ ज़मीन पर रखना
- कम से कम तीन बार सुब्हा न रब्बियल आला कहना
- सज्दे में जाने के लिए ज़मीन पर पहले दोनों घुटने एक साथ रखना
- फिर हाथ, फिर नाक, फिर पेशानी
- और सज्दे से उठते वक्त इसके उल्टा करे
- यानी पहले पेशानी उठाए फिर नाक फिर हाथ फिर घुटने
- दोनों सज्दों के दरमियान मिस्ले तशहहुद के बैठना
- दुसरी रकअत के लिए पंजो के बल घुटनो पर हाथ रख कर उठना
- दुसरी रकअत के सज्दों से फारिंग होकर बायाँ पाँव बिछा कर दाहिना खड़ा करके बैठना
- और औरत के लिए दोनों पाँव दाहिनी जानिव निकाल कर बाँए सरीन पर बैठना
- दाहिना हाथ दाहिनी रान पर रखना और वायाँ बायीं पर
- उँगलियों को अपने हाल पर छोड़ना और उनके किनारे घुटनों के पास होना
- शहादत पर इशारा करना
- तशहहुद् के बाद काअदए अखीरह में दुरुद शरीफ पढ़ना
- दुरुद शरीफ के बाद अरबी में दुआ करना और बेहतर वह दुआएँ हैं जो हदीसों से मंकूल हैं
- अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह दो बार कहना पहले दाहिनी तरफ फिर बायीं तरफ
- जुहर, मग़रिब और इशा के बाद मुख्तसर दुआ करके सुन्नतों के लिये खड़ा हो जाना वरना सुन्नतों का सवाब कम हो जाएगा
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आप नीचे दिए गए डाउनलोड बटन से नमाज हिंदी में PDF डाउनलोड कर सकते हैं।