साईं बाबा व्रत कथा PDF | Sai Baba Vrat Katha in Hindi

sai-baba-vrat-katha-book-pdf

Name

Sai Baba Vrat Katha Book Hindi

Language

Hindi

Source

Saibabaofindia.com

Category

General

1 MB

File Size

9

Total Pages

14/05/2023

Last Updated

Share This:

साईं बाबा व्रत कथा PDF | Sai Baba Vrat Katha in Hindi

यदि आप बाबा व्रत कथा पुस्तक पीडीएफ खोज रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं। इस पोस्ट के अंत में, हमने सीधे साईं बाबा व्रत कथा पुस्तक के पीडीएफ को मुफ्त में डाउनलोड करने के लिए एक बटन जोड़ा है।

साईं बाबा व्रत कथा PDF

कोई भी पुरुष, महिला और बच्चे भी इस व्रत को कर सकते हैं। पुराने और बीमार व्यक्ति इससे बच सकते हैं। फिर भी अगर इसके भक्त व्रत करने की इच्छा रखते हैं, तो बाबा इसका पूरा ध्यान रखेंगे! किसी भी जाति / धर्म / पंथ के भक्त व्रत कर सकते हैं केवल बाबा पर पूर्ण विश्वास आवश्यक है।

साईं बाबा की पूजा सुबह या शाम को करनी चाहिए। साईं बाबा की तस्वीर को पीले कपड़े पर रखना चाहिए। साफ पानी से फोटोग्राफ को साफ करें। चंदन (चंदन) और कुमकुम का तिलक साईं बाबा की तस्वीर पर लगाना चाहिए।

साईं बाबा को पीले रंग के फूल या माला अर्पित करनी चाहिए, अगरबत्ती और दीपक जलाना चाहिए और फिर व्रत की मुख्य कहानी पढ़नी चाहिए। साईं बाबा का नाम याद रखना चाहिए और फिर प्रसाद बांटना चाहिए।

साईं बाबा के व्रत के नियम

  • यह व्रत स्त्री-पुरुष और बच्चे कर सकते हैं।
  • यह व्रत बहुत ही चमत्कारिक है। नौ गुरुवार विधि-पूर्वक करने से निश्चित ही इच्छित फल की प्राप्ति होती है।
  • यह व्रत किसी भी गुरुवार से साईं बाबा का नाम लेकर शुरू किया जा सकता है। जिस कार्य के लिए व्रत किया गया हो, उसके लिए सांई बाबा से सच्चे हृदय से प्रार्थना करनी चाहिए।
  • सुबह या शाम को किसी भी आसन पर नीला कपड़ा बिछाकर सांई बाबा का चित्र रखकर स्वच्छ पानी से पोंछकर चंदन या कुंकुम का तिलक लगाना चाहिए। अगरबत्ती और दीपक जलाकर साईं बाबा की व्रत कथा पढ़नी चाहिए और सांई बाबा का स्मरण करना चाहिए तथा प्रसाद बांटना चाहिए। (प्रसाद में कोई फलाहार या मिठाई बांटी जा सकती है।)
  • यह व्रत फलाहार लेकर किया जा सकता है अथवा एक समय भोजन करके किया जा सकता है। बिल्कुल भूखे रहकर उपवास न करें।
  • नौ गुरुवार को हो सके तो सांई बाबा के मंदिर जाकर दर्शन करें। बाबा के मंदिर में न जा पाएँ तो (नजदीक मंदिर न हो तो) घर पर ही श्रद्धापूर्वक साईं बाबा की पूजा की जा सकती है।
  • गांव से बाहर जाना हो तो इस व्रत को चालू रखा जा सकता है।
  • व्रत के समय स्त्रियों को मासिक की समस्या आए अथवा किसी कारण से व्रत न हो पाये तो उस गुरुवार को नौ गुरुवार की गिनती में न गिनें और उस गुरुवार के बदले अन्य गुरुवार करके नौवें गुरुवार को उद्यापन करें।

यदि आप साईं बाबा व्रत कथा पुस्तक PDF डाउनलोड करना चाहते हैं तो इस पोस्ट के अंत में दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।

Checkout:

Download Sai Baba Vrat Katha Book PDF

साईं बाबा व्रत कथा पुस्तक पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें। कुछ ही सेकंड के भीतर Sai Baba Vrat Katha Book PDF आपके डिवाइस पर होगी।

Share This:

Leave a Comment